दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका:

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका: शाम-6:52 पर सफ़ेद हुंडई i20 से ब्लास्ट

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 10 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:52 बजे, एक सफेद हुंडई i20 कार में शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जिसमें 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए��। यह हादसा ऐसे समय पर हुआ, जब क्षेत्र यातायात के दबाव में था और आसपास बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

घटना का विवरण

लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास, एक सफेद हुंडई i20 कार ट्रैफिक सिग्नल पर रुकती है। अचानक जोरदार धमाका होता है, जिससे आसपास की गाड़ियां और राह चलते लोग जख्मी हो जाते हैं। चश्मदीदों ने बताया कि बम धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं और सड़कों पर अफरा-तफरी मच गई�। घायल लोगों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों – LNJP और AIIMS ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने राहत कार्य जल्दी शुरू किया; सात फायर टेंडर्स और कई मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचीं�। दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका

जांच और सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका घटना के चंद मिनटों के भीतर दिल्ली पुलिस, स्पेशल ब्रांच, दिल्ली क्राइम ब्रांच, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(NIA), फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (FSL) इत्यादि टीमें पहुंच गयीं��। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। विस्फोट की वजह जानने के लिए कार के अवशेषों, जमीन पर बिखरे सामान और आसपास के प्रमाण जमा किए गए।

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका प्रारंभिक जांच में पता चला कि कार में इस्तेमाल विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट था, जो हरियाणा के फरीदाबाद में पकड़ी गई भारी मात्रा के भेटक पदार्थों से संबंधित हो सकता है। कुछ ही घंटों पहले पुलिस ने फरीदाबाद से कश्मीरी डॉक्टर आदिल राठर से पूछताछ के बाद 360 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक सामग्रियां बरामद की थीं�। संदिग्धों में कई बार कार की अदला-बदली की गई थी और इसका संबंध कश्मीर, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के युवा इंजीनियरों और डॉक्टरों से देखा जा रहा है��।

आतंकवाद और कानून

दिल्ली पुलिस ने घटना को आतंकवादी गतिविधि मानते हुए UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत मामला दर्ज किया है। Explosives Act और अन्य भारतीय कानूनों के प्रावधान भी लागू किए गए हैं��। पुलिस ने कार के पूर्व मालिक और वर्तमान कश्मीरी डॉक्टर समेत कई लोगों को हिरासत में लिया है। दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गहरी संवेदना प्रकट की है और धमाके के दोषियों को जल्द सजा दिलाने की बात कही है��। अमित शाह विस्फोट स्थल और अस्पताल पहुंचे, जांच दलों को निर्देश दिए और कहा कि सभी संभावनाओं की गहन छानबीन होगी।

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका:

चश्मदीदों और स्थानीय लोगों की बातें”

  • धमाका इतना तेज था कि हमारी बिल्डिंग हिल गई… ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो।” – चांदनी चौक व्यापार संघ अध्यक्ष”
  • हम सड़क पर पहुंचे तो मानव अंग और हिंसक मंजर देखकर सन्न रह गए।” – स्थानीय निवासी”
  • शाम के समय सड़क पर भारी ट्रैफिक था, जिससे लोगों की संख्या ज्यादा थी और नुकसान भी बड़ा हुआ।” – पुलिस अधिकारी��

असर और सुरक्षा उपाय

घटना के बाद दिल्ली सहित कई प्रमुख शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। ऐतिहासिक लाल किला को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है�। पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए, जिससे जरूरतमंदों की तुरंत मदद संभव हो सके। दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका

पड़ताल में सामने आए तथ्य

  • विस्फोट के समय कार में दो से तीन लोग सवार थे, जो मौके पर मारे गए��।
  • कार की नंबर प्लेट हरियाणा की थी लेकिन मालिक बार-बार बदला गया था।
  • CCTV फुटेज से कार की मूवमेंट और संदिग्धों की पहचान में मदद मिल रही है।
  • मौके से सुराग जुटा कर, जांच एजेंसियां आतंकी मॉड्यूल के बड़े नेटवर्क की तलाश में जुट गई हैं��।

निष्कर्ष

दिल्ली में लाल किला के पास बम धमाका न केवल सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बना है, बल्कि आम नागरिकों के बीच डर और असुरक्षा की भावना को भी बढ़ाता है। घटना की तफ्तीश जारी है और ऐसी किसी भी साजिश को सख्ती से रोकने के लिए प्रशासन ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। यह हादसा दिखाता है कि आतंकवाद लगातार नई करवटें ले रहा है और अब शिक्षित पेशेवर भी इसका हिस्सा बनते दिख रहे हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था के सामने नई चुनौतियाँ खड़ी हो रही हैं।इस दर्दनाक घटना के मद्देनज़र, दिल्ली और देशभर में सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता है। दुनिया भर की नजरें अब इसी तफ्तीश की ओर हैं कि जांच एजेंसियां कैसे इस हादसे के पीछे के गुत्थियों को सुलझाती हैं और दोषियों को न्याय दिलाती हैं।यह लेख ताज़ा खबरों और विश्वसनीय मीडिया स्रोतों पर आधारित, विश्लेषणात्मक एवं सूचनात्मक उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें किसी प्रकार की कॉपीराइट सामग्री नहीं है और आप इसे स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सकते हैं��������.

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